राम चंद्र जी ने अपनी शम्भुस्तुति में कहा है कि जहॉ मूर्ति रहित पूजा होती है वहां भी शिव जी ही पूजा होती है सभी देवताओं में जिनका भी मंत्र् ''ओम'' से शुरू होता है वह वास्तव में शिव जी के नाम से ही प्रारंभ होता हैा वेद, पुरान, आदी में ऐसा कोई मंत्र् नहीं है जो ओम के नाद से शुरू नहीं होता हो इसलिए यह कहा जा सकता है कि, सिर्फ एक ही देवता की पुष्टि होती है वो है देवो के देव महादेव इसलिए उनको ‘‘एको देवो महेश्वरा‘‘ कहा गया है।
Wednesday, May 12, 2010
शिव महिमा
साक्षात् विष्णु के अवतार भगवान श्री क़ष्ण के अतिरिक्त मनुष्य में सामर्थ्य नहीं कि वह भगवान सदाशिव की महिमा का वर्णन कर सके ा और अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें http://www.shivbhakt.blogspot.in/
No comments:
Post a Comment